Natasha

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अभिषेक की प्रेम कहानी

ये कहानी शुरू होती है अभिषेक से वह अपनी बहन की शादी में जाने के लिए मुम्बई रेलवे प्लेटफॉर्म पर अपनी ट्रैन आने का इंतीजार कर रहा था कि तभी एक लड़की उसके पास आकर पूछती है “ये मुम्बई से हावड़ा जाने वाली ट्रेन कितने बजे तक आएगी?”


अभिषेक:- 8 pm में आएगी

वह लड़की फिर वही प्लेटफॉर्म पे ही बैठ जाती है और ट्रेन के आने का इंतजार करने लगती है। थोड़ी देर बाद रात के 8 बज जाते है लेकिन ट्रैन नहीं आती है। अभिषेक काउंटर पे जाके पूछता है की ट्रैन अभी तक क्यों नहीं आयी, तो काउंटर वाले अभिषेक को बताते है की घना कोहरा होने के कारण ट्रैन थोड़ी देर से पहुंचेगी। 

अब अभिषेक उस लड़की के पास जाता है और कहता है की घना कोहरा होने के कारण ट्रैन थोड़ी देर से आएगी, वैसे आपको जाना कहा है 

लड़की:- मुझे बर्दवान जाना है।

अभिषेक:- मैं भी कोलकत्ता जा रहा अपनी बहन की शादी में।

दोनों कोई ट्रैन आने का इंतजार करने लगे। दिसंबर का महीन था और ठण्ड काफी अधिक थी। अभिषेक ने देखा की वह लड़की ठण्ड से खुदको सिकोड़ रही होती है। अभिषेक दो चाय लेकर उसके पास जाता और कहता है, ठण्ड थोड़ी ज्यादा है क्या आप चाय पीना पसंद करोगी? 

लड़की:- Thank you!

अब दोनों कोई चाय पीने लगते है

अभिषेक:- मेरा नाम अभिषेक है, वैसे आपका नाम क्या है?

लड़की:- मेरा नाम अंजली है। 

अब रात के 11 बज गए लेकिन ट्रैन नहीं आयी। अभिषेक ने अंजली से कहा कि चलो हम वेटिंग हॉल में जाकर बैठते है यहा पे ठण्ड भी बहुत लग रही है। दोनों कोई हॉल में जाकर बैठ जाते है।  

थोड़ी देर बाद अंजली सो जाती है। अब अभिषेक के आँखे अंजली को ही देख रही होती है। अंजली कि गुलाब की पंखुड़ियों जैसी होठो और उसका मासूम से चेहरे को देखकर अभिषेक के दिल में कुछ होने लगा। अभिषेक ने खुदको संभाला और अंजली की तरफ से अपनी नजरे हटा ली। 

रात के 2 बजे ट्रैन प्लेटफार्म पे आती है। अभिषेक तुरंत जाकर अंजली को उठाता है और फिर दोनों कोई ट्रैन में जाकर बैठ जाते हैं। अंजली, अभिषेक से पूछती है आप मुम्बई में क्या करते हो?

अभिषेक:- मैं एक कंपनी में सेल्स मैन की जॉब करता हु और आप क्या करते हो?

अंजली:- मैं अभी मुम्बई से होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रही हु।

दोनों एक-दूसरे से बाते करने लगे और बातो ही बातों में अंजली ने अभिषेक से पूछा कि क्या आपकी शादी हो गई है?

अभिषेक मुस्कुराते हुए कहता है नही अभी तक तो नही हुई।

अंजली:- आपकी कोई गर्लफ्रैंड?

अभिषेक:- नही मेरी कोई गर्लफ्रैंड भी नही है, वैसी कोई लड़की मुझे मिली ही नही।

अंजली:- कैसी लड़की चाहिए आपको जरा हमे भी बताइये।

अभिषेक:- बिलकुल आपकी जैसी।

अंजली:- मेरी जैसी ही क्यों?

अभिषेक:- आप बहुत ही प्यारी और मासूम हो, और आपकी ये प्यारी-प्यारी बाते मुझे अच्छी लगती है।

अंजली:- अच्छा जी ये बात है तो चलिए अब हम आपके लिए कोई मासूम ही लड़की ढूढ़ती हु। आप अपना फ़ोन नंबर हमे दे दो ताकि लड़की मिलने के बाद कांटेक्ट हो सके।

अभिषेक:- तुरंत अपना फ़ोन नंबर अंजली को देता है।

थोड़ी देर बाद अंजली सो जाती है लेकिन अभिषेक को नींद ही नही आती है। वह सिर्फ अंजली को ही देखता रहता है ऐसा लगता है मानो अभिषेक के दिल में अंजली के लिए प्यार का फूल खिल रहा हो। अभिषेक उस पल अपनी आंखों कैद कर रहा था। वह सोच रहा था कि क्या पता फिर कभी अंजली से मुलाकात होगी या नही।

अब सुबह हो गई थी ट्रैन बर्दवान पहुँचने वाली थी। अंजली, अभिषेक से कहती है मेरी मंजिल आ गई अब मैं चलती हु। अभिषेक को थोड़ा उदास हो जाता है उसे ऐसा लगता है कि कोई अपना उसे छोड़कर जा रहा है। ट्रैन बर्दवान स्टेशन पे रुकती है और अंजली मुस्कुराते हुए अभिषेक को अलविदा कहती है। अभिषेक ट्रैन की खिड़की से अंजली की तरफ देखता है। अंजली भी अभिषेक को आखिरी बार पीछे मुड़कर देखती है उसके दिल में भी अभिषेक के लिए कुछ फीलिंग्स थी।

ट्रैन अब स्टेशन से चल पड़ती है लेकिन अभिषेक अभी भी अंजली को ही याद कर रहा था। कुछ समय बाद अभिषेक के फ़ोन पे एक मैसेज आता है जिसमे लिखा था “तुम्हारे लिए लड़की मिल गई उसका नाम अंजली है और ये उसका फ़ोन नंबर है” 

अभिषेक ने तुरंत उस नंबर पे कॉल किया और अंजली ने कॉल रिसीव किया। 

अंजली:- तो लड़की कैसी लगी आपको?

अभिषेक:- बहुत अच्छी लगी 

अंजली:- तो शादी करना चाहोगे 

अभिषेक:- जी बिलकुल करना चाहुगा 

अंजली:- तो आ जाइये बर्दवान 

अब मानो अभिषेक के ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा। उसे उसकी सपनो की रानी जो मिल गई थी। अभिषेक घर पहुंचने तक अंजली से ही बाते करता रहा। 

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